जनवरी से शुरू होगा इंदौर रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य: 400 करोड़ से अधिक खर्च, टेंडर जारी
इंदौर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य जनवरी 2024 से शुरू होने जा रहा है। रेल मंत्रालय ने इस परियोजना के लिए टेंडर को मंजूरी दे दी है। यह काम 2027 तक पूरा होने की संभावना है। पहले चरण में करीब 400 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे।
निर्माण कार्य के दौरान ट्रेनों का संचालन बाधित न हो, इसके लिए सांसद शंकर लालवानी ने महू और लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं को उन्नत करने की योजना पर जोर दिया है। अधिकांश ट्रेनों का संचालन इन्हीं स्टेशनों से किया जाएगा। यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए यहां कार्य पहले से चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस परियोजना का वर्चुअल भूमिपूजन किया था। एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाला यह रेलवे स्टेशन इंदौर की आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। नया स्टेशन वर्तमान स्टेशन से 10 गुना बड़ा होगा। इसमें रोजाना एक लाख से अधिक यात्री यात्रा कर सकेंगे और 500 से अधिक कारों की पार्किंग की व्यवस्था होगी।
नए स्टेशन की कुछ खास विशेषताएं:
- सौर ऊर्जा: बिजली की आपूर्ति के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
- अत्याधुनिक सुविधाएं: स्टेशन में 26 लिफ्ट, 17 एस्केलेटर, रूफ प्लाजा, एग्जीक्यूटिव लाउंज और वाई-फाई जैसी आधुनिक सेवाएं होंगी।
- नया डिज़ाइन: दो नई टर्मिनल बिल्डिंग, प्लेटफॉर्म सुधार, आधुनिक रेस्त्रां, और हाईटेक ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण।
री-डेवलपमेंट के कार्य:
- नई टर्मिनल बिल्डिंग्स का विकास।
- फुट ओवरब्रिज और वेटिंग एरिया का निर्माण।
- सर्कुलेटिंग एरिया का उन्नयन और प्लेटफॉर्म को सीधा करना।
अन्य बदलाव:
उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर और जोधपुर से चलने वाली दो ट्रेनों के टर्मिनल स्टेशन में 1 जनवरी 2025 से स्थायी बदलाव किया जाएगा। इंदौर-जोधपुर-इंदौर एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12466/12465) अब जोधपुर स्टेशन के स्थान पर भगत की कोठी स्टेशन तक जाएगी।