इंदौर की I-BUS में हाईटेक मॉनिटरिंग: नशे में नहीं स्टार्ट होगी बस, ट्रैफिक रूल्स तोड़ते ही अलर्ट करेगा सिस्टम
इंदौर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और बेहतर बनाने के लिए पांच आईबसों में हाईटेक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जो ड्राइवर के हर मूवमेंट पर नजर रखेगा। ड्राइवर के मोबाइल पर बात करने, धूम्रपान करने, या बार-बार उबासी लेने जैसी गतिविधियों पर तुरंत कंट्रोल रूम और संबंधित बस ऑपरेटर को अलर्ट भेजा जाएगा।
नशे में स्टार्ट नहीं होगी बस
यह सिस्टम इतना उन्नत है कि अगर ड्राइवर ने शराब पी रखी हो, तो बस स्टार्ट ही नहीं होगी। साथ ही ट्रैफिक नियम तोड़ने पर यह सिस्टम तुरंत अलर्ट भेजेगा, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत 10 दिन पहले बीआरटीएस पर संचालित पांच आईबसों में की गई। एआईसीटीएसएल (AICTSL) के इंजीनियर इंचार्ज अभिनव सिंह चौहान ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एआई और टेलीमेटिक बस सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है।
यह तकनीक पहले दिल्ली रेलवे में उपयोग हो चुकी है। इसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए विशेष रूप से कॉन्फिगर किया गया है। प्रोजेक्ट की सफलता के बाद इसे शहर की अन्य 435 बसों में लागू किया जाएगा।
भारत में पहली बार उपयोग
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि यह तकनीक संभवतः भारत में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए पहली बार इस्तेमाल हो रही है। इससे ड्राइवर और कंडक्टर के व्यवहार पर पूरी नजर रखी जा सकेगी। साथ ही एआईसीटीएसएल के बस वाशिंग सेंटर की भी शुरुआत की जाएगी।
डिजिटलाइजेशन से परिवहन मजबूत होगा
ड्राइवर और कंडक्टर की गतिविधियों पर नजर रखने और ट्रांसपोर्ट को डिजिटलाइज करने से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम मजबूत होगा। प्रोजेक्ट के सफल होने पर इसके टेंडर जारी किए जाएंगे, जिसके बाद इसे पूरे शहर में लागू किया जाएगा।