एमपी में 5 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा: इंदौर समेत 5 ठिकानों पर लोकायुक्त की छापेमारी, 2.5 करोड़ आय से अधिक
इंदौर समेत 5 ठिकानों पर लोकायुक्त की छापेमारी:
आदिम जाति मर्यादित सहकारी संस्था, पीथमपुर के सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में लोकायुक्त ने छापेमारी की। यह कार्रवाई सोमवार सुबह 5:45 बजे एक साथ इंदौर, धार, और मानपुर के पांच ठिकानों पर की गई।
ढाई करोड़ से ज्यादा की अवैध आय का खुलासा:
लोकायुक्त टीम को छापेमारी में कनीराम मंडलोई और उनके परिवार की कुल संपत्ति ₹5.6 करोड़ की मिली, जिसमें से ₹2.5 करोड़ आय से अधिक है। यह उनकी कुल आय का 84.95% अधिक है।
कई जगहों पर एक साथ कार्रवाई:
- जमनिया (धार): कनीराम के निवास पर डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया की टीम ने छानबीन की।
- छोटा जमनिया: फार्महाउस पर डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल की टीम ने कार्रवाई की।
- इंदौर (अलंकार पैलेस): यहां उनके भाई हेम सिंह के मकान पर सर्चिंग की गई।
- धार (श्रीकृष्ण कॉलोनी): एक अन्य मकान पर जांच की गई।
- मानपुर: उनके भांजे करण सिंह के निवास पर भी छानबीन हुई।
लोकायुक्त की कार्रवाई में मिले तथ्य:
डीएसपी आरडी मिश्रा के अनुसार, 1999 में पोस्टिंग के बाद से कनीराम मंडलोई ने अपनी संपत्ति को अवैध तरीकों से बढ़ाया। उनके भाई हेमसिंह मंडलोई धार पीजी कॉलेज में प्रोफेसर हैं। परिवार में चार भाई और दो बहनें हैं, जिनके नाम पर भी संपत्तियां मिली हैं।
शिकायत और जांच की पृष्ठभूमि:
करीब 10 दिन पहले इंदौर के एक व्यक्ति ने लोकायुक्त को कनीराम मंडलोई के खिलाफ शिकायत दी थी। एसपी डॉ. राजेश सहाय की निगरानी में जांच शुरू हुई। पुख्ता सबूत मिलने पर 5 टीमों का गठन किया गया।
परिवार की जीवनशैली और संपत्ति:
कनीराम मंडलोई के बच्चे इंदौर के बाहर पढ़ाई कर रहे हैं। उनके परिवार के पास फार्महाउस, मकान और अन्य संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं। लोकायुक्त ने सभी संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगालते हुए अपराध पंजीबद्ध किया है।
समाज और प्रशासन पर असर:
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की सख्ती और पारदर्शिता की दिशा में एक कदम है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संभावना है।