मेट्रो का सेफ्टी ऑडिट: स्पीड, इमरजेंसी ब्रेक जांचे, सफर इसी माह से संभव
इंदौर में मेट्रो ट्रेन का सेफ्टी ऑडिट मंगलवार से शुरू हो गया है। मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) की टीम ने सुरक्षा मानकों की गहन जांच के लिए शहर का दौरा किया। टीम ने डिपो और स्टेशनों का निरीक्षण करने के साथ-साथ स्पीड, इमरजेंसी ब्रेक, ट्रेन संचालन और अन्य सुरक्षा मापदंडों की समीक्षा की। अधिकारियों के अनुसार, सीएमआरएस की मंजूरी मिलते ही मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू कर दिया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इसी महीने के अंत तक यात्री मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
नि:शुल्क सेवा से होगी शुरुआत
शुरुआती चरण में मेट्रो रूट पर यात्रियों की संख्या कम रहने की संभावना को देखते हुए इसे नि:शुल्क संचालित किया जाएगा। सीएमआरएस टीम ने मंगलवार को मेट्रो का लोड टेस्ट भी किया, जिसमें ट्रेन को 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाकर देखा गया। अब तक 11 मेट्रो ट्रेन सेट इंदौर को मिल चुके हैं, जिन्हें विभिन्न परीक्षणों के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।
ट्रायल रन पहले ही हो चुका है
गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर स्टेशन-3 तक 6 किलोमीटर के रूट पर सितंबर 2023 में ट्रायल रन किया जा चुका है। इस रूट पर कुल 5 स्टेशन बनाए गए हैं, जहां टिकटिंग, एस्केलेटर, लिफ्ट, वॉशरूम, डिजिटल लॉकर, ऑटोमैटिक फ्लैप गेट और व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा, स्टेशनों पर कैफे और सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे।
जल्द मिलेगा हरी झंडी
मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन पिछले दो महीनों से दस्तावेजी प्रक्रियाओं को पूरा करने में जुटा था। सीएमआरएस के निरीक्षण शेड्यूल में देरी के कारण मेट्रो का कमर्शियल रन पहले ही स्थगित किया जा चुका था। अधिकारियों का कहना है कि ग्रीन सिग्नल मिलते ही इसी माह के अंत तक मेट्रो सेवा शुरू कर दी जाएगी।
पहले चरण में 17.5 किमी का नेटवर्क
मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण में 17.5 किमी के रूट पर काम चल रहा है, जिसके जुलाई तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है। इस रूट पर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ मेट्रो शहर की यातायात व्यवस्था को एक नई दिशा देगी।