इंदौर में VIP मूवमेंट के कारण हटाई गई मेघदूत चौपाटी: रोजगार संकट में 5 हजार लोग
इंदौर में दो दिन पहले नगर निगम की घोषणा के बाद मेघदूत चौपाटी को खाली कर दिया गया। इस कार्रवाई से 450 दुकानदारों और उनके साथ जुड़े करीब 5 हजार लोगों की आजीविका पर संकट आ गया है। व्यापारियों के अनुसार, उन्हें बताया गया था कि 25 से 29 नवंबर तक शहर में यूरेशियन ग्रुप की बैठक होने के कारण चौपाटी खाली कराई जा रही है। हालांकि, उन्हें दोबारा यहीं बसाने या वैकल्पिक स्थान देने को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
मेट्रो स्टेशन के कारण हटाई जा सकती है चौपाटी
चर्चा है कि चौपाटी को मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए स्थायी रूप से हटाया जाएगा। बुधवार रात नगर निगम ने चौपाटी खाली करने की घोषणा की थी। इसके बाद कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें स्वयं हटा लीं, जबकि शेष दुकानों को निगम की टीम ने गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह हटाया। करीब एक दशक से यह चौपाटी इंदौर का प्रमुख आकर्षण थी, जहां हर शाम हजारों लोग पहुंचते थे। यहां 100 से अधिक व्यंजन उपलब्ध थे, जो इसे खास बनाते थे।
दुकानदारों की समस्या
दुकानदार हर्षद मेहता का कहना है कि चौपाटी के हटने से उनके साथ कर्मचारियों के सामने भी रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। सभी दुकानदार नगर निगम को हर महीने कचरा शुल्क और अस्थायी बिजली कनेक्शन का शुल्क देते थे, लेकिन अब उन्हें वैकल्पिक स्थान की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
बार-बार हटाई जा रही दुकानें
दुकानदार नमन चौकसे ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें हटाया गया हो। इससे पहले ग्लोबल समिट, एनआरआई सम्मेलन, और जी-20 बैठक के दौरान भी दुकानों को अस्थायी रूप से हटाया गया था।
नगर निगम और मेयर का पक्ष
मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि 25 नवंबर से यूरेशियन ग्रुप की बैठक के कारण चौपाटी हटाई गई है। इसके बाद वहां मेट्रो स्टेशन भी बनना है। शहर के विकास को ध्यान में रखते हुए जरूरी फैसले लिए जाएंगे।